कोरोना की इस दूसरी लहर के बीच में खाकी ने एक बार फिर से इंसानियत की जीती-जागती मिसाल पेश की है और यह साबित कर दिया है कि मुश्किल के इस दौर में पुलिस हमेशा ही जनता के साथ खड़ी हुई है। उत्तराखंड में खाकी का दिलदार रूप देखने को मिला है। हर तरफ दुखदाई खबरों के बीच ऐसी खबरें चेहरे पर मुस्कान बिखेर देती हैं।
यह सुखद खबर आ रही है अल्मोड़ा जिले से। यह समय बेहद मुश्किल है और इस मुश्किल समय में अल्मोड़ा के भिकियासैंण में कर्मठ पुलिसकर्मी संक्रमित मरीजों और जरूरतमंदों की सेवा तो कर ही रहे हैं इसी के साथ अब भिकियासैंण में पुलिसकर्मियों ने बेसहारा बुजुर्गों को गोद लेने की अनूठी पहल की शुरुआत भी की है। इस मुश्किल दौर में कई बुजुर्ग एकाकी जीवन जीने पर मजबूर हैं।
न पास में खाने के लिए एक वक्त का अनाज है और न ही घर में कोई कमाने वाला। ऐसे बुजुर्गों को मजबूरी में दिन काटने पड़ रहे हैं। ऐसे ही बेबस, हताश और जरूरतमंद बुजुर्गों के लिए अल्मोड़ा के भिकियासैंण के पुलिसकर्मी देवदूत बनकर सामने आए हैं और उन्होंने बेसहारा बुजुर्गों को गोद लेने की पहल की शुरुआत की है। कप्तान पंकज भट्ट ने उत्तराखंड में चलाए जाने वाला "मिशन हौसला", मुहिम के तहत विकासखंड में एकाकी जीवन जी रहे 22 बुजुर्गों को गोद लेकर उनको इस महामारी और मुश्किल समय में हौसला और हिम्मत प्रदान की है