देहरादून : पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के चलते शुक्रवार शाम से ही प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया। यहां कई जिलों में बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई। वहीं, 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में ओलावृष्टि भी हुई।रात भर रुक-रुककर हो रही बारिश से मौसम में ठंडक बढ़ गई है। वहीं, हरिद्वार और रुड़की में मूसलाधार बारिश से कई इलाकों में पानी भी भर गया। उधर, कुमाऊं के अच्च हिमालयी क्षेत्र और केदारनाथ में बर्फबारी भी हुई।आने वाले चार दिनों में भी मौसम का रुख बदला रहेगा। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी को लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।वहीं बारिश से आम और लीची की फसल को नुकसान पहुंचा है। रुद्रप्रयाग जिले में घने बादल छाए हुए हैं। यहां भी बारिश की संभावना बन रही है। मौसम विभाग के अनुसार दून में रात साढ़े आठ बजे से साढ़े नौ बजे तक एक घंटे के भीतर 10 मिमी वर्षा दर्ज की गई। प्रदेश में देवीधुरा, जखोली, नैनीताल, धनोल्टी, चकराता, भीमताल, मुक्तेश्वर ज्योलीकोट आदि स्थानों पर सर्वाधिक वर्षा हुई। अन्य क्षेत्रों में भी हल्की बौछारें पड़ीं। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि आने वाले चार दिनों में पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना है। 20 और 21 मार्च को ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश के साथ हिमपात हो सकता है। जिसका असर ठंड के रूप में मैदानी क्षेत्रों में भी देखने को मिलेगा। उन्होंने बताया कि देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी और कुमाऊं मंडल के पर्वतीय जनपदों में गरज के साथ बिजली चमकेगी।