भारत में लोगों की आकस्मिक मौत का सबसे बड़ा कारण सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाएं हैं. इसके बाद भी भारतीय लोग हर साल ट्रैफिक नियमों को तोड़ने का रिकॉर्ड बना देते हैं. राजधानी दिल्ली तो ट्रैफिक नियम तोड़ने में और भी आगे है. पिछले साल ट्रैफिक नियम तोड़ने का हर तीसरा मामला राजधानी का रहा. देश भर के कुल मामलों के 35 फीसदी से ज्यादा योगदान के साथ दिल्ली ट्रैफिक नियमों को तोड़ने में टॉप पर है. इन मामलों में पिछले साल काटे गए चालानों से सरकार को करीब 19 सौ करोड़ रुपये की कमाई हो गई.