टिहरी: टिहरी का चमियाला-घनसाली मार्ग उत्तराखंड की प्राकृतिक धरोहर की दैन्य स्थिती का दर्पण बनकर सामने आया है।पहले तो पेड़ों की बली चढाकर जिस प्रकार बीच मार्ग को डंपिंग का स्थान बनाकर प्रयोग किया जा रहा है वह निंदनीय है , इसके उपर से समस्त घाटी के कूड़े को भागीरथी नदी में उड़ेलना व्यवस्था और दायित्व दोनों पर सैकड़ों सवाल खड़े करता है। दरअसल, ये पूरा मामला सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो द्वारा सामने आया है। हाल ही में एक स्थानीय निवासी ने प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए इंटरनेट पर एक वीडियो सांझा किया। वीडियो मे बताया गया है की कैसे पहाड़ की सुंदरता और नदियों की स्वच्छता को ताक पर रखते हुए घाटी का कूड़ा भागीरथी नदी मे फेंका जा रहा है जिसके चलते इलाके में सांस लेना भी दुश्वार हो गया है। गौरतलब है की वीडियो 'देवस्थली' नाम के पेज पर इंस्टाग्राम पर डाली गई है । जानकारी के लिए बता दें की देवस्थली एक संगठन हैं जो उत्तराखंड की भाषा और संस्कृति को बचाने की दिशा में प्रयासरत है।