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• Wed, 5 Jun 2024 10:39 am IST

राजनीति

भाजपा ने लोकसभा की पांचों सीटों पर पाई जीत , लेकिन पांच फीसदी की आंच


भाजपा ने 75 प्रतिशत प्लस का लक्ष्य रखा था लेकिन चुनाव में पांच फीसदी से अधिक वोट घट गए। चुनावी नतीजों के बारीकी से मंथन पर कमजोरियां पता चलेंगी।
उत्तराखंड में लोकसभा की पांचों सीटों पर लगातार तीसरी बार जीत की हैट्रिक लगाने की भाजपा को खुशी तो है, मगर कहीं न कहीं उसे वोट कम होने की कसक भी साल रही है। पार्टी ने 75 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करने का लक्ष्य बनाया था, लेकिन पिछले चुनाव की तुलना में उसे पांच प्रतिशत वोट कम मिले।
चुनावी नतीजों का मंथन करने के लिए भाजपा का नेतृत्व जब बैठेगा और विधानसभावार बारीकी से मंथन करेगा तो उसे अपनी उन कमजोरियों का पता चलेगा, जिनकी वजह से उसके जनाधार में कमी आई। चुनावी समर में उतरने से पहले पार्टी ने पांचों संसदीय सीटों पर 75 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करने का लक्ष्य बनाया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 61.87 प्रतिशत वोट मिले थे और कांग्रेस 31.74 प्रतिशत पर सिमट गई थी।
मजेदार बात यह है कि 2024 में भी 47 लाख से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। 2024 के चुनाव में भी इतने ही मतदाताओं ने मतदान किया, लेकिन वोट प्रतिशत के मामले में प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा पिछड़ गई। उसकी चुनाव जीतने की रणनीति तो काम कर गई, लेकिन जनाधार बढ़ाने के प्रयासों को झटका लगा।