देहरादून: अधिवक्ता राजेश सूरी हत्या का केस लड़ रही उनकी बहन अधिवक्ता रीता सूरी ने छह आरोपितों के खिलाफ उन्हें जान से मारने की नीयत से चैंबर में घुसने का आरोप लगाया है। शहर कोतवाली पुलिस ने छह आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। शिकायतकर्त्ता ने बताया कि 2020 में सतेंदर, ताहिर खान, केपी चौधरी ने एक सोची समझी साजिश के तहत उनके चैंबर में घुसे और उन्हें झूठा शपथ पत्र सौंपा, जोकि उनके गनर ने रिसीव किया। शपथ पत्र में राजेश सूरी की हत्या से संबंधित जानकारी थी। शपथ पत्र 18 दिसंबर 2018 और दूसरा 24 जनवरी 2019 न्यायालय परिसर में तैयार किया गया था। अधिवक्ता रीता सूरी ने बताया कि शपथपत्र उन्होंने उस समय मामले की जांच कर रही एसपी श्वेता चौबे को सौंपा। शपथपत्र के बारे में जब आरोपितों से जब पूछताछ की गई तो आरोपित मुकर गए। इसी आधार पर जांच अधिकारी ने केस में अंतिम रिपोर्ट लगा दी। शपथपत्रों की जब फारेंसिक लैब में जांच करवाई गई तो हस्ताक्षर सतेंद्र कुमार के पाए गए। अधिवक्ता ने कहा कि आरोपित सोची समझी साजिश के तहत उन्हें जान से मारने की नीयत से चैंबर में घुसे थे और शपथ पत्र देने का बहाना बनाया। इस मामले में शहर कोतवाली पुलिस ने सतेंदर, ताहिर खान, केपी चौधरी, सुधीर जैन, दिव्या जैन और श्वेता जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।