चमोली-श्री बदरीनाथ धाम के डिमरी पुजारियों के गांव डिम्मर में बुधवार 24 मार्च से पौराणिक रामलीला का आगाज हो गया है। पहले दिन श्री राम जन्मोत्सव का मंचन किया गया। 1918 से शुरू हुई यह रामलीला अपने गौरवमयी इतिहास के 103वें साल में प्रवेश कर चुकी है। डिम्मर गांव 12वीं शताब्दी में बसा था और तब भी भगवान बदरीविशाल के कपाट खुलने से पहले यहां पर वाल्मीकि रामायण का पाठ विधि-विधान से किया जाता था।