उत्तराखंड के अध्यात्म की प्रतीक है छड़ी यात्रा... स्वामी
हरिद्वार। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा द्वारा निकाली जा रही पवित्र छड़ी यात्रा शुक्रवार को श्यामपुर कांगड़ी पहुंची जहां कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज की उपस्थिति में छड़ी यात्रा के संचालक एवं जूना अखाड़े के अंतराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरी महाराज ने पूर्ण विधि विधान से छड़ी पूजन सम्पन्न कराया। इस अवसर पर मंत्री स्वामी यतिश्वरानन्द ने कहा कि राज्य के विभिन्न जनपदों से छड़ी भ्रमण यात्रा धार्मिक व संस्कृति उत्थान के लिए आयोजित की गयी। 26 दिन की इस यात्रा में संत महापुरूषों का अनुकरणीय योगदान रहा। उन्हांेने कहा कि भाजपा के प्रयासों से ही पुनः छड़ी यात्रा प्रारम्भ की गयी है। कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानन्द ने कहा कि समाज को राष्ट्र के प्रति समर्पित भावना से कार्य करना है। धार्मिक क्रियाकलाप ही लोगों को प्रेरणा देते हैं। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज ने कहा कि पवित्र छड़ी यात्रा उत्तराखण्ड के विभिन्न जनपदों से धर्मनगरी में पहुंच गयी है। जूना अखाड़ा स्थित मायादेवी मंदिर में छड़ी को पुनः स्थापित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि छड़ी का यात्रा का उद्देश्य राज्य की प्रगति व उन्नति को मार्ग प्रशस्त करेगा। संस्कृति व धार्मिक विरासत को युवा पीढ़ी के समक्ष रखना जरूरी है। उन्हांेने कहा कि सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार में संत समाज लगातार प्रयास कर रहा है। पौराणिक मंदिरों के दर्शन के लिए देश-दुनिया से देवभूमि में श्रद्धालु पहुंचते हैं। प्रतिवर्ष पवित्र छड़ी यात्रा निकाली जायेगी। छड़ी यात्रा संचालक एवं जूना अखाड़े के अंतराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरी महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड के चारों धाम सहित पौराणिक मंदिरों व तीर्थों की 26 दिनों की यात्रा के पश्चात पवित्र छड़ी यात्रा मायादेवी मंदिर पहुंच गयी है। जूना अखाड़ा के संरक्षक हरि गिरि महाराज एवं 13 अखाड़ों के प्रयासों से पवित्र छड़ी के माध्यम से धर्म का प्रचार-प्रसार किया गया है। मुख्य रूप से प्रदेश का पलायन रूक सके, प्रदेश का चहंुमुखी विकास हो। प्राचीन परम्परा छड़ी यात्रा अवश्य ही धर्म का संदेश समाज को देगी। श्यामपुर कांगड़ी में पवित्र छड़ी यात्रा का पूर्ण विधि विधान से पूजा-अर्चना की गयी। मायादेवी प्रागंण में पवित्र छड़ी को स्थापित किया गया। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी संजय गिरी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी रविगिरी जी महाराज, छड़ी श्रीमहंत कुश पूरी, श्रीमहंत पुष्कर राजगिरि, छड़ी श्रीमहंत शिवदत्त गिरी, विशम्भर गिरी, पुजारी विशिष्ट गिरी महाराज, अमृत पूरी महाराज, रविगिरी महाराज, थानापति रणधीर गिरी, राघवेंद्र गिरी, दीपेश्वर गिरी, भीष्म गिरी, अमृत गिरी, राजगिरि आदि संतजन मौजूद रहे।