गजल उस्ताद, मेहंदी
हसन की आवाज आत्मा को छू लिया करती है।
उनकी गजलों में लोगों को सुकून मिलता था। वो सही मायने में शहंशाह-ए-गजल थे। उनकी
गजलें पीढ़ियों से चली आ रही हैं और उन्होंने कई महान गायकों को प्रेरित किया है।
खास तौर पर हसन
का जन्म 18 जुलाई, 1927 को राजस्थान के लूना में हुआ
था। बंटवारे के दौरान उनका परिवार पाकिस्तान चला गया। वह पाकिस्तान एंटरटेनमेंट
इंडस्ट्री में एक प्लेबैक और गजल आर्टिस्ट बन गए। उन्हें दुनिया भर में गजलों को
लोकप्रिय बनाने का श्रेय दिया जाता है। गायक को पाकिस्तान सरकार की ओर से
निशान-ए-इम्तियाज और प्राइड ऑफ परफॉर्मेंस सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया
गया है। उनकी जयंती पर आइए
उनकी गजलों पर एक नजर डालते हैं, जिन्हें आपको अपनी प्लेलिस्ट में जरूर जोड़ना
चाहिए।
गुलों में रंग भरे
गुलों में रंग भरे, वो गाना था,
जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस गजल से उन्हें प्रसिद्धि मिली। लोकप्रिय गजल
को प्रसिद्ध शायर फैज अहमद फैज ने लिखा था।
रंजिश ही सही
रंजीश ही शाही मेहंदी हसन की सबसे
लोकप्रिय गजलों में से एक है। इकबाल ने गजल को अधिक लोकप्रिय बनाया। यह एक
प्रसिद्ध कवि, अहमद फराज द्वारा लिखा गई थी। इस
गाने में दिखाया गया है कि कैसे कोई दर्द और पीड़ा के साथ भी प्यार को गले लगाता
है।
दिल की बात लबों पर
लाकर
मेहंदी हसन की ओर से गाया गया सुंदर
गाना आपको मंत्रमुग्ध कर देगा। इसे हबीब जालिब ने लिखा है। यह गीत उस व्यक्ति की
सच्ची भावनाओं को व्यक्त करता है जो प्यार में है।
जिंदगी में तो सभी
अल्टिमेट लव एंथम अनंत काल तक साथ रहने वाले
प्रेमियों की भावनाओं को सटीक रूप से दर्शाता है।
दुनिया किसी के प्यार
में जन्नत
गजल मेहंदी हसन के एल्बम कोहिनूर से
है, जिसे वर्ष 2010 में लॉन्च किया गया
था। यह गीत मूल रूप से जाग उठा इंसान का है। हसन ने उस समय गाने को अपनी सुरीली
आवाज दी थी।