रुद्रप्रयाग : केदारनाथ धाम में भले ही अभी बर्फबारी नहीं हो रही है, लेकिन कड़ाके की ठंड के चलते न्यूनतम तापमान शून्य से दस डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया है। इसका असर धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों पर भी पड़ा है और वहां काम कर रहे 700 श्रमिक वापस लौट आए हैं।अब वहां महज 380 श्रमिक ही रह गए हैं, जो हाड़ कंपा देने वाली ठंड में प्रतिदिन महज साढ़े चार घंटे ही कार्य कर पा रहे हैं। हालांकि, वायु सेना के दो मालवाहक चिनूक हेलीकाप्टर रोजाना गौचर से छह चक्कर लगाकर 18 टन निर्माण सामग्री केदारनाथ धाम पहुंचा रहे हैं।केदारनाथ धाम इस साल अभी तक बर्फविहीन है और मौसम भी पूरी तरह खुला हुआ है। लेकिन, शीत का प्रकोप बढ़ने से वहां न्यूनतम तापमान शून्य से दस डिग्री नीचे चल रहा है और सीमेंट जम नहीं पा रही। निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता प्रवीन कर्णवाल ने बताया कि अत्याधिक ठंड के चलते सुबह साढ़े दस बजे से पहले और दोपहर दो ढाई बजे के बाद कार्य करना मुश्किल हो रहा है।यही वजह है कि 700 श्रमिकों को तय तिथि से पहले ही वापस लौटना पड़ा है। जबकि, 31 दिसंबर तक कार्य जारी रखने का लक्ष्य निर्धारित था। जैसे हालात हैं, उनमें लगता नहीं कि शेष श्रमिक भी तय तिथि तक कार्य जारी रख पाएंगे। वहीं, वायु सेना के चिनूक हेलीकाप्टर अब तक 400 टन निर्माण सामग्री केदारनाथ पहुंचा चुके हैं। अब 200 टन निर्माण सामग्री और पहुंचाई जानी है।