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DevBhoomi Insider Desk
• Thu, 11 Nov 2021 11:38 am IST


अगर आप की भी है सेंसिटिव स्किन, तो रखें ऐसे ध्यान


इन दिनों वे ब्यूटी प्रोडक्ट्स और सुगंध उद्योगों में व्यापक रूप से एसेंशियल ऑयल इस्तेमाल किया जाता है। एसेंशियल ऑयल सेंसिटिव त्वचा के लिए काफी फायदेमंद है

टी ट्री एसेंशियल ऑयल- टी ट्री ऑयल एसेंशियल ऑयल है जिसका इस्तेमाल विभिन्न प्रकार की चीजों के लिए किया जा सकता है. ये हेल्दी त्वचा, बालों और नाखूनों को बढ़ावा देता है. इस तेल को चाय के पेड़ के पत्तों से निकाला जाता है. ये खांसी और सर्दी में राहत पहुंचाने का काम करता है. इसका इस्तेमाल त्वचा के लिए भी किया जाता है. ये बैक्टीरिया और फंगल त्वचा संक्रमण के लिए एक प्राकृतिक उपचार है. ये मुंहासे को रोकने में भी मदद करता है. ये घावों को भरने में भी मदद कर सकता है.

नीलगिरी एसेंशियल ऑयल- नीलगिरी के तेल में कुछ चिकित्सीय गुण होते हैं. इसका इस्तेमाल अन्य चीजों के अलावा कीड़े के काटने, छोटे घाव, अल्सर और घाव के इलाज के लिए किया जा सकता है. इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मुंहासे और एक्जिमा जैसी त्वचा की समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं. नीलगिरी का तेल त्वचा की देखभाल के अलावा, नाक के साइनस को साफ करने, मांसपेशियों में दर्द और तनाव को कम करने में मदद कर सकता है.

लेमनग्रास एसेंशियल ऑयल- लेमनग्रास एसेंशियल ऑयल घाव भरने और संक्रमण की रोकथाम के लिए एक प्राकृतिक उपचार है. ये त्वचा को साफ रखने में मदद करता है. लेमनग्रास ऑयल संक्रमणों को दूर रखने में मदद मिलती है. ये एंटीऑक्सीडेंट के रूप में फ्री रेडिकल्स को दूर करता है. ये पेट की समस्याओं और हाई ब्लड प्रेशर को दूर करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है.

पेपरमिंट एसेंशियल ऑयल- पेपरमिंट ऑयल में एंटीमाइक्रोबॉयल और एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा को साफ करते हैं. पेपरमिंट ऑयल के एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा पर मुंहासे पैदा करने वाले कीटाणुओं को कम करने में मदद कर सकते हैं. ये पिंपल्स को कम करने और जली हुई त्वचा को शांत करने में मदद कर सकते हैं. कभी-कभी अरोमाथेरेपी में पेपरमिंट एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है. पेपरमिंट ऑयल खुजली को रोकने, दर्द को कम करने, उल्टी को रोकने या कम करने, मांसपेशियों की ऐंठन को कम करना, पेट फूलना कम करना और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने में मदद करता है.