सनातन धर्म में सूर्य देव की पूजा को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि उनकी पूजा प्रत्यक्ष देवता के रूप में की जाती है। यही कारण है कि प्रातः काल में स्नान-ध्यान के बाद उन्हें अर्घ्य अवश्य दिया जाता है। उनकी पूजा के लिए रथ सप्तमी पर्व को भी बहुत उत्तम माना गया है। पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि के दिन इस विशेष त्योहार को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन स्नान-दान, हवन इत्यादि करने से व्यक्ति को बहुत लाभ मिलता है। आइए जानते हैं कब मनाया जाएगा रथ सप्तमी पर्व।
रथ सप्तमी का शुभ मुहूर्त
हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि का प्रारंभ 27 जनवरी को प्रातः 07:40 मिनट पर होगा। इस तिथि का अंत 28 जनवरी को सुबह 07:13 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार यह पर्व 28 जनवरी को मनाया जाएगा। इस दिन अरुणोदय के समय में पवित्र स्नान का विशेष महत्व है, इसलिए रथ सप्तमी के दिन स्नान ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 04:24 बजे से 05:51 तक रहेगा।
रथ सप्तमी का महत्व
शास्त्रों में बताया गया है कि रथ सप्तमी के पवित्र स्नान करने और सूर्य देव की उपासना करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। साथ ही भक्तों को स्वास्थ्य संबंधित सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है और आरोग्यता का आशीर्वाद मिलता है। ग्रह दोष शांति के लिए भी इस दिन सूर्य देव की पूजा को बहुत ही उत्तम माना गया है।
रथ सप्तमी के नियम
रथ सप्तमी के दिन व्यक्ति को वाद-विवाद से दूर रहना चाहिए और घर में शांति का माहौल रखना चाहिए। साथ ही इस दिन सात्विक भोजन का सेवन करना चाहिए। मांस, मदिरा का सेवन वर्जित है। इस बात का भी ध्यान रखें कि व्यक्ति इस दिन पूर्ण रूप से ब्रह्मचर्य का पालन करे।