महिलाओं के हाथ में चूड़ी जितनी खूबसूरत लगती है। इसके फायदे जानकर आप को हैरानी भी उतनी ही होगी। सुहागिन महिलाओं के लिए चूड़ियों का खास महत्व है। कांच की चूड़ी हो या फिर सोने-चांदी की, 16 श्रृंगार में इन चूड़ियों का खास महत्व है। आदिमानवों के काल से ही महिलाएं सुंदरता को बढ़ाने के लिए चूड़ियों को पहनती आ रही हैं। ये केवल एक ज्वैलरी ही नहीं बल्कि इसे पहनने से महिलाओं की बॉडी पर भी गहरा असर होता है।
चूड़ी के मेटल से पड़ता है फर्क- हालांकि चूड़ी किस धातु की बनी है, इसका भी संबंध सेहत से जुड़ा है। सोने और चांदी से बनी चूड़ी का असर पहनने वाली स्त्री और आसपास के वातावरण पर गहरा असर होता है। साथ ही चूड़ी पहनने का वैज्ञानिक कारण भी हैं।
चूड़ी पहनने से सेहत को कौन से होते हैं फायदे- पुराने समय में सोने-चांदी की चूड़ी पहनी जाती थी। सोने और चांदी के संपर्क में शरीर रहने से इन धातुओं के गुण शरीर को मिलने लगते हैं। जिससे महिलाओं को शक्ति मिलती है।
आयुर्वेद के अनुसार सोने-चांदी की चूड़ी पहनने से शरीर से घर्षण होता है। जिससे शरीर को बल मिलता है। इससे महिलाओं को स्वास्थ्य लाभ भी मिलता है।
कांच की चूड़ियां भी करती हैं असर - कांच की चूड़ियों को पहनने से भी फायदे होते हैं। कांच की चूड़ियों की खनक से घर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है। वहीं धार्मिक मान्यता के अनुसार कांच की चूड़ियों को सौभाग्य का प्रतीक माना गया है।
चूड़ी पहनने के वैज्ञानिक फायदे- कलाई से लेकर करीब 6 इंच तक कई सारे एक्यूप्रेशर प्वॉइंट होते हैं। जिन पर दबाव पड़ने से शरीर की थकान नष्ट होती है और एनर्जी बनी रहती है। चूड़ी पहनने से इन 6 प्वॉइंट पर प्रेशर पड़ता है। जिससे दिल और सांस की बीमारी नहीं होती है।