योग और ऋषि मुनियों की नगरी में आए दिन भक्तों की आस्था की अनेक झलकियां देखने को मिलती हैं. ऐसा ही कुछ नजारा एक बार फिर से ऋषिकेश की तंग सड़कों पर देखने को मिला है. जहां एक भोले का भक्त सड़क पर दंडवत कर भगवान भोलेनाथ के दरबार नीलकंठ महादेव के लिए निकल पड़ा है. इसके अलावा हरिद्वार के हरकी पैड़ी में कांवड़ लेने के लिए कांवड़िए पहुंचने लगे हैं. जो आगामी शिवरात्रि के मौके पर विभिन्न मंदिरों में जलाभिषेक करेंगे.हिमालय की शिवालिक पहाड़ियों से घिरा और मां गंगा के तट पर बसा ऋषिकेश प्राचीनकाल से ही ऋषि मुनियों एवं महान आत्माओं का ऋणी रहा है. यही कारण है कि ऋषिकेश आध्यात्मिक और धार्मिक क्षेत्र के लिहाज से पूरे विश्वभर में प्रसिद्ध है