हल्दापानी भूस्खलन क्षेत्र में चल रहा ट्रीटमेंट कार्य लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। हल्दापानी में अब तक 20 मकानों में दरारें आ चुकी हैं, लेकिन भूस्खलन ट्रीटमेंट के काम से अब यहां करीब 12 मकानों की दरारें बढ़ गई हैं। स्थिति यह है कि एक मकान के दीवारों की दरारें इतनी चौड़ी हो गई कि आरपार दिखाई देने लगा है।वहीं, अब प्रभावित क्षेत्र में चमोली-मंडल-ऊखीमठ हाईवे पर ड्रिलिंग के दौरान जमीन से पानी आने से काम रोक दिया गया है। लोगों ने क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त करने के बाद ही भू-धंसाव के ट्रीटमेंट का कार्य करने की मांग की है। बुधवार को चमोली-मंडल-ऊखीमठ हाईवे के किनारे करीब आठ मीटर तक भूमि के अंदर ड्रिलिंग की गई, लेकिन यहां जमीन से पानी का रिसाव शुरू हो गया।
हल्दापानी भू-धंसाव क्षेत्र में 80 करोड़ की लागत से ट्रीटमेंट कार्य किया जा रहा है। आवासीय मकानों की सुरक्षा के उपाय किए जा रहे हैं। कुछ प्रभावितों को भवनों को छोड़ने के लिए नोटिस भी दिए गए हैं। -नंदकिशोर जोशी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी, चमोली।