चमोली-द्वींग-तपोण क्षेत्र को सड़क से जोड़ने का काम तेज हो गया है। अलकनंदा पर पुल न होने से लोनिवि ने जेसीबी को लोहे के तारों की मदद से नदी के दूसरे छोर पहुंचाया। तीन वर्ष पूर्व शासन ने द्वींग और तपोण गांव के लिए चार किमी सड़क को स्वीकृति दी, लेकिन वन भूमि हस्तांतरण प्रक्रिया के चलते सड़क का काम शुरू नहीं हो पाया था। अब चार किमी सड़क निर्माण के लिए लोनिवि को वन भूमि की स्वीकृति मिल गई है। सड़क के शुरुआत में अलकनंदा पर पुल निर्माण कार्य होना है। पुल के लिए भी शासन से धनराशि स्वीकृत हो गई है। पुल निर्माण में देरी पर लोनिवि ने जेसीबी को लोहे के तारों की मदद से नदी के दूसरे छोर पहुंचा दिया है। जेई बुद्घिराम भट्ट ने बताया कि द्विंग-तपोण सड़क निर्माण के लिए जेसीबी को अलकनंदा नदी के दूसरे छोर पर पहुंचा दिया गया है। अब हिल कटिंग कार्य तेजी से किया जा सकेगा। सड़क पर प्रस्तावित पुल निर्माण के लिए शासन से प्रथम चरण की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। एक वर्ष के भीतर पुल सहित सड़क निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।