ग्रामीण आजीविका मिशन से जुडे स्वयं सहायता समूहों की बैठक में डीएम ने स्थानीय स्तर पर उत्पादित रिगाल निर्मित उत्पाद तैयार करने एवं आनलाइन मार्केटिग करने के लिए परियोजना निदेशक को नर्देश दिए। ताकि महिला समूहों की आर्थिकी में सुधार हो सके।विकास खंड ऊखीमठ में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के सपनों को साकार करने में महिलाओं की भागीदारी जरूरी है। और जिस तरह से स्वयं सहायता समूह के जरिये महिलाएं जागरूक हो रही हैं। वह आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। डीएम ने कहा कि स्थानीय स्तर पर एवं सहजता से प्राप्त होने वाले सामान का उपयोग कर हस्तशिल्प को बढ़ावा दिया जाए। इसके लिए जिलाधिकारी ने रिगाल से टोकरी एवं अन्य उपयोगी वस्तुओं को निर्मित करवाकर आजीविका को बढ़ाने के लिए समूह की महिलाओं को प्रेरित किया।