Read in App

DevBhoomi Insider Desk
• Mon, 28 Mar 2022 6:12 pm IST

जन-समस्या

तीन साल बाद होगा थल का ऐतिहासिक मेला


पौराणिक बालेश्वर मंदिर के प्रांगण और पवित्र रामगंगा नदी तट पर तीन साल बाद एतिहासिक थल मेले का आयोजन होगा। कोरोना का संकट समाप्त होने पर जिला पंचायत ने यह फैसला ले लिया है और मेले को भव्य स्वरूप देने की घोषणा की है।

कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर रामगंगा नदी किनारे स्थित प्रसिद्ध बालेश्वर शिवालय के प्रांगण में सदियों एतिहासिक थल मेले का आयोजन होता आया है। यह मेला उत्तराखंड के प्रमुख मेलों में शामिल रहा है। थल मेले का धार्मिक और व्यापारिक स्वरूप रहा है। अतीत में यह मेला नव संवत्सर यानि विषवत संक्रांति से प्रारंभ होता था और पूरे बैसाख माह तक चलता था। कोरोना के चलते वर्ष 2020 और 2021 में मेले का आयोजन नही हो सका। इस बार कोरोना का संकट कम हो चुका है। जिसे लेकर रविवार को थल मेला समिति के पदाधिकारी जिला मुख्यालय पहुंचे। जहां पर जिला पंचायत अध्यक्ष के आवास पर जाकर इस वर्ष मेला आयोजन की मांग की गई।