गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर मुख्यालय के साथ ही पर्यटन नगरी लैंसडौन में उड़न गिलहरी नजर आई है। पहली बार लैंसडौन के पास उड़न गिलहरी का दीदार हुआ है। कैमरे में वह इंडियन जाइंट फ्लाइंग स्क्वायरल कैद हुई। सिर्फ रात में नजर आने वाला यह नन्हा विलुप्ति के कगार पर खड़ा है बता दें वन्य जीव संरक्षण अधिनियम में इस जीव को शेड्यूल-टू में रखा गया है। । लैंसडौन सहित आसपास के क्षेत्रों में इंडियन जाइंट फ्लाइंग स्क्वायरल गायब ही हो गया था। हालांकि, पिछले तीन दशकों से लालढांग क्षेत्र में भी यह नजर नहीं आई है। ऐसे में लैंसडौन में उड़न गिलहरियों की संख्या अधिक होने की सम्भावना है।