जिंदगी में यदि कोई आपका दुश्मन है और आप उसे हराना चाहते हैं तो लड़ने की आवश्यकता नहीं है। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि किसी पीपल वृक्ष के नीचे हनुमान चालीसा का पाठ करने से शत्रुओं पर विजय मिलती है। घर-परिवार और नौकरी से जुड़ी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। जीवन में व्यापक सकारात्मक बदलाव आने लगता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार जीवन में यदि शत्रुता बढ़ रही है दुश्मनों का खौफ है तब ऐसी स्थिति में डरना नहीं चाहिए। हनुमान चालीसा का पाठ करने से यह डर समाप्त हो जाता है। धीरे-धीरे शत्रु भी कम हो जाते हैं। यदि कोई व्यक्ति नियमित रूप से पीपल वृक्ष के नीचे शिवलिंग स्थापित करता है और उस पर जल अर्पित करने के साथ पूजा पाठ करता है तो उसे और भी लाभ मिलने लगता है। सनातन धर्म में पेड़, पौधे और पर्वतों की पूजा का विशेष वर्णन है। पीपल के वृक्ष को देव वृक्ष भी कहा जाता है। हिंदू धर्म में ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति पूरी श्रद्धा के साथ इस वृक्ष की सेवा करता है उसे जीवन में हर पथ पर लाभ मिलता है व्यक्ति का भाग्य चमकने लगता है। पीपल का पौधा लगाने और उसकी सेवा करने वाले व्यक्ति की कुंडली के सभी ग्रह दोष समाप्त हो जाते हैं।
शनि दोष से भी मिलती है राहत
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार पीपल वृक्ष की पूजा-अर्चना करने से शनि दोष से भी राहत मिलती है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति शनि दोषों से परेशान हो तो उसे पीपल की जड़ में प्रत्येक शनिवार को जल चढ़ाना चाहिए। इसके बाद वृक्ष की सात बार परिक्रमा करनी चाहिए। परिक्रमा करते समय भगवान शनिदेव को याद करना चाहिए और दोष मुक्ति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करने से जातक को कभी भी शनि दोष नहीं होता। वहीं जो पहले से ही शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से जूझ रहे होते हैं, उन्हें भी राहत मिलती। इस दौरान यह भी याद रखना चाहिए कि हर शनिवार यह प्रक्रिया कम से कम 11, 21 या 51 शनिवार तक अपनी श्रद्धानुसार करना है।