ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रह एक निश्चित अंतराल बाद ग्रह राशि परिवर्तन करते हैं। जिससे शुभ और अशुभ योग का निर्माण होता है। आपको बता दें कि कुंभ राशि में विष योग का निर्माण हो रहा है। यह योग शनि और चंद्रमा की युति से बनता है। बताते चलें कि शनि देव ने 17 जनवरी को कुंभ राशि में गोचर कर लिया है और चंद्रमा भी कुंभ में भ्रमण कर रहे हैं। जिससे इस योग का निर्माण हो रहा है। इस योग को ज्योतिष में अशुभ माना जाता है। इसलिए इस योग के बनने से 3 राशि के जातकों को सावधान रहना चाहिए। आइए जानते हैं ये कौन सी हैं ये राशियां।
कर्क राशि
इस राशि के जातकों के लिए यह योग थोड़ा कष्टकारी साबित हो सकता है। क्योंकि इस योग की युति आपकी गोचर कुंडली के अष्टम भाव में बन रही है। इसलिए इस समय आपको सेहत का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही किसी भी नए कार्य की शुरुआत नहीं करनी चाहिए। वहीं वाद- विवाद से बचें। अन्यथा झगड़ा हो सकता है। नौकरी परिवर्तन करके सोच रहे हैं, तो अभी रुक जाएं। वहीं साथ ही किसी बात को लेकर आपको मानसिक तनाव हो सकता है। क्योंकि आप लोगों के ऊपर शनि की ढैय्या भी चल रही है। इसलिए भोलेनाथ और शनि देव की आराधना करें।
मीन राशि
विष योग का निर्माण इस राशि के जातकों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। क्योंक यह युति आपकी राशि से 12वें भाव में बन रही है। इसलिए इस समय फिजूल खर्च हो सकते हैं। जिससे आपका बजट बिगड़ सकता है। साथ ही इस समय कोई नया कार्य शुरू न करें और व्यापार में निवेश करने से भी बचें। स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। साथ ही कार्यस्थल पर कोई लापरवाही नहीं करें। इस समय आप साझेदारी का काम शुरू न करें, अन्यथा धन की हानि हो सकती है।
कन्या राशि
इस राशि के जातकों के लिए विष योग का निर्माण प्रतिकूल साबित हो सकता है। क्योंकि यह युति आपकी गोचर कुंडली के छठे भाव में बन रही है। इसलिए कोर्ट-कचहरी के मामलों में आपको असफलता मिल सकती है। साथ ही इस अवधि में यात्रा करने से बचें। वहीं अगर कर यात्रा कर रहे हैं, तो अपने सामान का ध्यान रखें। अन्यथा नुकसान हो सकता है। सेहत का ध्यान रखें। साथ ही अगर आप कारोबारी हो तो आपको लेन- देन सावधानी पूर्वक करना चाहिए।