पिथौरागढ़ के लामारी में काली नदी पर बनी झील में 25 दिन बाद भी जल स्तर कम नहीं होने से खतरा बढ़ गया है। लिपूलेख सड़क कटिंग का मलबा नदी में जमा होने से बनी झील का स्तर लगातार बढ़ रहा है। मानसून काल की दस्तक के बीच लगातार बारिश हुई तो एक साथ झील के टूटने से लिपूलेख सड़क के अस्तित्व के साथ घाटी वाले क्षेत्रों को इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
पवित्र मानसरोवर मार्ग में मई माह में काली नदी में झील बन गई थी। 25 दिन से अधिक समय के बाद भी इस झील का पानी कम होने की जगह बढ़ता जा रहा है।
इसका प्रमुख कारण बारिश के साथ ही हिमालयी क्षेत्रों में बर्फ गलने की दर में तेजी आने के बाद जल प्रवाह अधिक होना भी बताया जा रहा है। राहत यह है कि झील के एक हिस्से से बेहद गति के साथ पानी निकल रहा है।