कोरोना ने न सिर्फ आर्थिक हालत बिगाड़े बल्कि कोरोना सभी आवश्यक आवश्यकतों की रुकावट में बड़ा कारण बना। कोरोना के चलते बीते दो साल से सेना की भर्ती प्रक्रिया बंद कर दी गयी थी। जिसे एक बार फिर से शुरू करने की तैयारी हो गई है। हालांकि इस बार एक नई नीति के तहत भर्ती होगी।
नयी नीति के तहत अधिकारी से नीचे के पदों पर शॉर्ट सर्विस के लिए सेना में भर्ती किया जाएगा। इस नीति के तहत भर्ती होने वाले जवानों का कार्यकाल 6महीने के प्रशिक्षण समेत कुल 4 साल का हो सकता है। हालांकि, इस नई नीति के तहत भर्ती होने वाले जवानों को सेना छोड़ते समय कुछ लाख रुपये का एकमुश्त पैकेज दिया जाएगा। इसके अलावा कुछ जवानों को 4 साल पूरा होने के बाद दोबारा स्क्रीनिंग के जरिये नियमित करने की भी योजना है।
सेना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, इस साल अगस्त से दिसंबर के बीच देश के अलग-अलग इलाकों में सेना भर्ती के लिए रैलियां आयोजित होंगी। इस बारे में क्षेत्रीय सैन्य कमानों को पत्र भेजा जा चुका है। बड़े स्तर पर होने वाली भर्तियों के लिए स्क्रीनिंग बोर्ड और मेडिकल अफसरों की तैनाती के आदेश दिए जा चुके हैं। भर्ती की तैयारियों के साथ आवेदन प्रक्रिया का खाका तैयार हो चुका है। हर भर्ती रैली से 45 दिन पहले उम्मीदवारों को ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।