रोडवेज कर्मचारी 14 जुलाई की रात से कार्य बहिष्कार करेंगें। रोडवेज की सभी छह कर्मचारी यूनियन सैलरी समेत अन्य मांगों को लेकर काम करना बंद कर देगी। बता दें कि रोडवेज कर्मचारियों ने सैलरी को लेकर कई बार मुख्यालय से गुहार लगाने के साथ धरना-प्रदर्शन भी किया। लेकिन सैलरी की बजाय निगम अफसरों ने फरमान निकाला कि संचालन बेहतर होने तक आधी तनख्वाह में काम चलाना होगा। इस आदेश को लेकर रोडवेज के सभी छह संगठनों में खासा आक्रोश है। उनका कहना है कि कर्मचारियों को लेकर निगम इतना असंवेदनशील है कि कोरोना मृतक कर्मचारियों के परिवार को मुआवजा तक नहीं मिला। रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमल पपनै व रोडवेज कर्मचारी संयुक्त प्रदेश के मंडल अध्यक्ष आन सिंह जीना का कहना है कि कोविड काल में दिन.रात ड्यूटी करने के बावजूद कर्मचारियों को सैलरी नहीं दी जा रही है।