एविएशन सेक्टर में आमतौर पर लोगों का फोकस दो ही जॉब प्रोफ़ाइल पर होता है। पहला पायलट और दूसरा एयर होस्टेस जबकि इस क्षेत्र में और भी जॉब प्रोफ़ाइल हैं जो मोटी सैलरी दिलाने के साथ ही बेहतर भविष्य की गारंटी देते हैं, जिनमें एक हैं ग्राउंड स्टाफ। ग्राउंड स्टॉफ का काम प्लेन के बाहर लेकिन एयरपोर्ट के अंदर होता है। एयरपोर्ट पर मैनेजमेंट से लेकर उसके रख रखाव और सिक्योरिटी तक की जिम्मेदारी ग्राउंड स्टॉफ की होती है। इसके अलावा हवाई जहाज के रनवे पर उतरने के बाद यात्रियों की सुविधाओं और उनके लगेज की जिम्मेदारी भी ग्राउंड स्टॉफ की ही होती हैं। इन सबके अलावा और भी बहुत से काम होते हैं जो ग्राउंड स्टॉफ के अंडर में आते हैं। ऐसे में अगर आप पायलट, एयर होस्टेस या फिर क्रू मेंबर नहीं बन पाते हैं तो आप बतौर ग्राउंड स्टॉफ एविएशन सेक्टर में एंट्री ले सकते हैं।
जरूरी योग्यताएं
एयरपोर्ट ग्राउन्ड स्टॉफ पद के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार में कुछ क्वालिटीज का होना आवश्यक है। जैसे कि अच्छा संचार कौशल, लिखने, बोलने और सुनने की बेहतर क्वालिटी होनी चाहिए। साथ ही प्रभावी ढंग से कार्य योजनायें बनाने और व्यवस्थित करने की क्षमता भी होनी चाहिए। इन सबके अलावा कैंडिडेट्स के पास समय सीमा से पहले काम करने का सलीका और जल्द से जल्द समस्यायें हल करने की दक्षता भी होनी जरूरी है।
अंग्रेजी लिखना और पढ़ना आना चाहिए
अगर आप एयरपोर्ट ग्राउन्ड स्टाफ का प्रशिक्षण लेने की सोच रहे हैं तो इसके लिए किसी रिकग्नाइज्ड गर्वनमेन्ट ऐफिलिमेटिड संस्थान का चयन करना चाहिए, जहां कम से कम एक साल का डिप्लोमा एविएशन या हॉस्पिटलिटी का कोर्स हो। साथ ही उन संस्थानों को प्राथमिकता देनी चाहिये जिनमें कोर्स कराने के साथ ही जाब ट्रेनिंग भी कराई जाती हो। ग्राउंड स्टॉफ का कोर्स करने के लिए अभ्यर्थी के पास अंग्रेजी लिखने और पड़ने का अच्छा ज्ञान होना है। 12 वीं पास करने के बाद आप ग्राउंड स्टॉफ से जुड़े कोर्सेस में एडमिशन ले सकते हैं। हालांकि इस कोर्स को आप ग्रेजुएशन करने के बाद भी कर सकते हैं, लेकिन इस कोर्स को करने की आयु सीमा 17 से 27 वर्ष तक ही है। कोर्स करके के साथ-साथ कैंडिडेट्स को पर्सनालिटी डेवलपमेंट और ग्रूमिंग पर ही विशेष ध्यान देना चाहिए।
संभावनाएं
आधुनिक भारत में हवाई सेवाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है जिससे इस क्षेत्र में रोजगार की भी संभावनाएं बढ़ी हैं। मौजूदा समय में देश भर में सौ से अधिक एयरपोर्ट हैं। वहीं आने वाले कुछ वर्षों में इनकी संख्या में और ज्यादा इजाफा होगा, जहां स्टॉफ की जरूरत पड़ेगी। सार्वजनिक क्षेत्र की हवाई कंपनी एयर इंडिया के साथ-साथ निजी क्षेत्र की हवाई कंपनियां जैसे इंडिगो, जैट, विस्तारा, स्पाईजैट और कई सारी विदेशी हवाई कंपनियां भी मौजूद हैं जहां ग्राउंड स्टॉफ की तमाम पोस्ट होती हैं।
सैलरी
ग्राउन्ड स्टॉफ से जुड़ा कोर्स करने बाद आपके पास नौकरियों के बहुत सारे अवसर आ जायेंगे। वहीं नेशनल एयरपोर्ट पर एक साल तक नौकरी करने के बाद आप इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ग्राउन्ड स्टाफ के लिए अप्लाई कर सकते हैं। दरअसल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ग्राउंड स्टॉफ की सैलरी काफी अच्छी होती है। आइये आपको बताते हैं देश के कुछ नामी कॉलेज जहां से आप ग्राउंड स्टॉफ का कोर्स बेहद कम फीस पर कर सकते हैं। ये कॉलेज आपको कोर्स कराने के साथ ही ट्रेनिंग भी दिलाएंगे और कैंपस इंटरव्यू करा कर प्लेसमेंट कराने की सुविधा भी देते हैं।
ये हैं देश को टॉप कॉलेज
1. फ्रैंकफिन इंस्टीट्यूट ऑफ एयर होस्टेस ट्रेनिंग
2. नारायण कॉलेज, बरेली, उत्तर प्रदेश।
3. यूनिवर्सल एविएशन एकेडमी, चेन्नई
4. बॉम्बे फ्लाइंग क्लब कॉलेज ऑफ एविएशन, मुंबई
5 जेट एयरवेज ट्रेनिंग एकेडमी
6. एयर होस्टेस एकेडमी (AHA) बैंगलोर
7. इंडिगो ट्रेनिंग सेंटर
8. इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स (IGIA), नागपुर
9. एयर होस्टेस एकेडमी (AHA) दिल्ली
10. व्यक्तित्व शिष्टाचार और सौंदर्य संस्थान (IPEG)
“नारायण कॉलेज किताबी ज्ञान के साथ-साथ बच्चों को प्रैक्टिकल नॉलेज भी प्रोवाइड कराता है। स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट दिलाना ही हमारा लक्ष्य है। एयरलाइंस सेक्टर में जॉब की कोई कमी नहीं है। करियर काउंसलिंग भी हमारी जिम्मेदारी है। आने वाले समय में एविएशन सेक्टर और मजबूत होगा।”
-शशि भूषण, चेयरमैन
नारायण कॉलेज, बरेली, उत्तर प्रदेश।
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