प्रदेश में कोरोना वेक्सिनेशन पर लगा ग्रहण, मौजूदा स्टॉक अब समाप्ति की ओर
कोरोना महामारी के बीच वैक्सीन की कमी तनाव बढ़ा रही है। अब वैक्सीन की कमी के कारण 18-45 आयु वर्ग के टीकाकरण पर संकट आन पड़ा है। इस कारण प्रदेश में टीकाकरण केंद्रों की संख्या भी घटानी पड़ी। बताया गया कि मौजूदा स्टॉक अब समाप्ति की ओर है और जल्द वैक्सीन की नई खेप आने की उम्मीद भी नहीं है। उत्तराखंड में 18-45 आयु वर्ग का टीकाकरण दस मई से शुरू हुआ था। अब तक राज्य में इस आयु वर्ग के दो लाख 19 हजार 218 व्यक्तियों को टीका लग चुका है। मगर, अब वैक्सीन की कमी के कारण टीकाकरण की रफ्तार सुस्त पड़ने लगी है। रविवार को इस आयु वर्ग के 6390 व्यक्तियों को ही टीका लग पाया। जबकि, एक वक्त पर यह संख्या 15 से 20 हजार प्रतिदिन थी। टीकाकरण की रफ्तार में आई इस कमी की वजह यह कि अब वैक्सीन लगभग समाप्ति की ओर है। ऐसे में आने वाले समय में इस वर्ग के लिए वैक्सीन का टोटा होने वाला है। इस कमी से निपटने के लिए राज्य सरकार की ओर से कंपनी को डिमांड भेजी जा चुकी है। अफसर जल्द वैक्सीन आने की उम्मीद भी जता रहे हैं। 18-45 साल वालों के लिए वैक्सीन राज्यों को खुद खरीदनी है। इसके लिए सरकार की ओर से ग्लोबल टेंडर भी किया गया है। जो 24 मई को खुलना है। बताया गया कि अभी तक किसी कंपनी ने आवेदन नहीं किया है। जरूरत पड़ने पर टेंडर की तिथि बढ़ाई भी जा सकती है।