डीडीहाट जिले की मांग को लेकर चल रहा आमरण अनशन दसवें दिन भी जारी रहा। स्वास्थ में गिरावट के बावजूद एक अनशनकारी ने अनशन तोड़ने से इन्कार कर दिया। कई युवाओं ने अनशन स्थल पर पहुंचकर डीडीहाट जिले के समर्थन में नारेबाजी की। रविवार को पूरन बोरा पांचवें दिन और प्रकाश बोरा तीसरे दिन अनशन में डटे रहे। अनशन स्थल पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अनशनकारियों के स्वास्थ की जांच की। पूरन बोरा के स्वास्थ में गिरावट पाई गई। चिकित्सकों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी, जिसे मानने से उन्होंने साफ इन्कार कर दिया। अनशनकारियों ने कहा कि जब तक डीडीहाट जिले का गठन नहीं होता वे अनशन जारी रखेंगे। दस दिन बीत जाने के बाद भी आंदोलन की कोई सुध नहीं लिए जाने पर गहरा आक्रोश जताया। भारी संख्या में आंदोलन का समर्थन करने पहुंचे युवाओं ने तिरंगे झंडे के नीचे राष्ट्रगान गाया। आदोलनकारियों का कहना है कि दस साल पूर्व भाजपा ने तिरंगे झंडे के नीचे जिले की घोषणा की थी। कथनी और करनी में अंतर नहीं बताने वाली भाजपा दस साल बाद भी अपनी कथनी को पूरा नहीं कर सकी है। राष्ट्रगान भाजपा को याद दिलाने के लिए गाया जाता है। सीमांत के युवाओं ने बताया कि अब डीडीहाट जिला बनने तक अनशन जारी रहेगा।