आयुर्वेदिक के अनुसार आंखों से निकलने वाले आंसू का कभी भी अवरोध नहीं करना चाहिए क्योंकि रोने की जो प्रवृत्ति है उसको जब हम रोते हैं तो सर दर्द नाक की बीमारी आंख की बीमारी और हृदय रोग होने दे संभावना बढ़ जाती हैं. जब भी किसी कारण से रोना आए तो आंसुओं को बहने देना चाहिए. इससे दिल की बीमारियों का खतरा, डिप्रेशन आदि कम होता है। इतना ही नहीं रोने से बॉडी में ऑक्सिटोसिन और इन्डॉर्फिन जैसे केमिकल्स रिलीज होते हैं. ये फील गुड कैमिकल्स हैं। तनाव से जब हम रोते हैं तो उससे शरीर में बना टौक्सिन धीरे धीरे आंसू के सहारे बाहर आने लगता है। यह आंसू कई तरह के गुड हार्मोन्स रिलीज करते हैं जो शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए फायदेमंद होता है.