उक्रांद के सम्मेलन में गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने और भू-कानून लागू करने की मांग प्रमुखता से उठाई गई। उक्रांद नेताओं ने भाजपा और कांग्रेस पर राज्य के प्राकृतिक संसाधनों को लूटने का आरोप लगाया। प्रदेश सरकार पर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि रोजगार और स्वरोजगार के लिए सरकार के पास नीतियों का अभाव है।
मौलधार में बुधवार को उक्रांद का सम्मेलन आयोजित किया गया। पूर्व मंत्री दिवाकर भट्ट ने कहा कि अलग राज्य की लड़ाई पहाड़ के लोगों ने जिस उद्देश्य से लड़ी थी, वह 20 वर्षों बाद भी पूरा नहीं हो पाया।