प्रदेश के आठ राजकीय महाविद्यालयों को स्नातक स्तर से स्नातकोत्तर स्तर पर उच्चीकृत कर दिया गया है। मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत शासन स्तर से महाविद्यालयों के उच्चीकरण का शासनादेश जारी कर दिया गया है। महाविद्यालयों के उच्चीकरण से छात्र-छात्राओं को स्थानीय स्तर पर उच्च शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा।
सूबे के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत सूबे के आठ राजकीय महाविद्यालयों को स्नातक स्तर से स्नातकोत्तर स्तर पर उच्चीकृत किया गया है। जिसमें राजकीय महाविद्यालय मुनस्यारी, राजकीय महाविद्यालय गैरसैंण, राजकीय महाविद्यालय थलीसैंण, राजकीय महाविद्यालय कपकोट, राजकीय महाविद्यालय सोमेश्वर, राजकीय महाविद्यालय हल्दूचौड़, राजकीय महाविद्यालय पुरोला एवं राजकीय महाविद्यालय लक्सर शामिल है। डॉ. रावत ने बताया कि स्नातक से उच्चीकृत महाविद्यालयों में विषयों के सापेक्ष पदों का सृजन भी किया गया है। जिसमें मुनस्यारी महाविद्यालय में हिन्दी के दो, गैरसैंण में अंग्रेजी के दो, थलीसैंण में हिंदी एवं अंग्रेजी के दो-दो, कपकोट एवं सोमेश्वर में अंग्रेजी विषय के दो-दो, हल्दूचौड़, पुरोला एवं लक्सर महाविद्यालय में हिंदी एवं अंग्रेजी विषय के दो-दो पद सृजित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि लम्बे समय से स्थानीय लोग महाविद्यालयों के उच्चीकरण की मांग कर रहे थे। जिसको देखते हुए विगत माह मुख्यमंत्री ने आठ महाविद्यालयों का उच्चीकरण की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि सरकार स्थानीय स्तर पर रोजगारपरक एवं गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा उपलब्ध करने के प्रति संकल्पबद्ध है। इस दिशा में सरकार ने कई महत्पूर्ण कदम उठाये हैं।