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DevBhoomi Insider Desk
• Sun, 28 Aug 2022 2:00 pm IST


गढ़वाल में बारिश से हाहाकार, नैनीताल में सूखी नहरें, काश्तकारों की आजीविका पर संकट के बादल


उत्तराखंड के कई हिस्सों में बारिश से हालत खराब हैं. दूसरी तरफ कुमाऊं के कुछ पर्वतीय इलाकों में बारिश नहीं होने के कारण काश्तकार परेशान हैं. सिंचाई के लिए बनी नहरें बारिश ना होने से सूखी पड़ गई हैं. जबकि उन इलाकों के काश्तकार खेती के लिए बारिश पर ही निर्भर रहते हैं. नैनीताल के धारी, ओखलाकांडा जैसे पर्वतीय हिस्सों में मॉनसून रूठा है. खेती के लिए पानी नही है, सिंचाई की जो नहरें हैं, उनमें पानी नही हैं. कई जगह नहरें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. कॉल गांव के ग्रामीण बताते हैं कि पिछले 4-5 सालों से सिंचाई की नहर में पानी ही नहीं आया. बारिश पर खेती आधारित  हो गई हैं. लिहाजा, अब खेती पर संकट नजर आने लगा है. ग्रामीणों का कहना है कि जहां से सिंचाई की नहर में पानी आता था, वहां से दो पंप सेट लगाकर पानी को कहीं अन्यत्र लिफ्ट कर दिया गया है. लिहाजा नहर अब सूख गई है.