नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 72 साल के हो गए हैं। गुजरात के महेसाणा जिले के वडनगर में 17 सितंबर, 1950 को जन्मे नरेंद्र दामोदरदास मोदी आज के दौर में विश्व नेता हैं। वर्ष 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2019 में भी प्रचंड जीत हासिल की और दूसरी बार देश के PM बने। अब तक के आठ साल के कार्यकाल में मोदी सरकार ने देश में नोटबंदी, धारा 370, तीन तलाक और राम मंदिर जैसे कई बड़े निर्णय लिए हैं। इसके अलावा देश को कई बड़ी योजनाओं की सौगात भी दी है। आइए जानते हैं प्रधानमंत्री मोदी की 10 प्रमुख योजनाओं के बारे में...
आयुष्मान भारत योजना: इस योजना की शुरुआत
वर्ष 2018 में हुई थी। इस
योजना का लक्ष्य देश के गरीब और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के 10 करोड़ से भी अधिक
परिवारों को हेल्थ बीमा मुहैया कराना है। इसके अंतर्गत भारत सरकार गरीब लोगों को
सालाना पांच लाख रुपये का
बीमा कवर देती है।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना: प्रधानमंत्री मोदी
ने छोटे किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना शुरू की। इसका लाभ उन
किसानों को हुआ है, जिनके पास दो हेक्टेयर से कम की जमीन है। इस योजना के अंतर्गत
सरकार किसान परिवारों को हर साल छह हजार रुपये दे
रही है, जो हर चार महीने
में दो-दो हजार रुपये की
किस्त के रुप में दिए जाते हैं।
उज्जवला योजना: इस योजना के तहत बड़ी
संख्या में गरीब परिवारों को मुफ्त में गैस कनेक्शन बांटे गए। वर्ष 2016 से लागू हुई इस
योजना का फायदा अब तक कई करोड़ गरीब परिवारों को मिल चुका है।
प्रधानमंत्री जन-धन योजना: वर्ष 2014 में शुरू हुई इस
योजना के तहत देश के हर एक परिवार को बैंकिंग सुविधाएं देने का काम किया जा रहा
है। इसमें परिवार के दो सदस्य जीरो बैलेंस खाता खोल सकते हैं, जिनमें पैसे जमा करने या निकालने पर कोई चार्ज नहीं लगता
है। इस योजना में 10 साल से ज्यादा
उम्र के लोगों का बैंक अकाउंट खुलवाया जा सकता है। इसमें एटीएम कार्ड पर दो लाख रुपये तक का बीमा कवर भी मिलता है। साथ ही
30 हजार रुपये का
लाइफ इंश्योरेंस कवर भी मिलता है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना: वर्ष 2020 में कोरोना
महामारी के चलते लॉकडाउन के दौरान लोगों को भोजन मुहैया कराने के मकसद से प्रधानमंत्री
गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की गई थी। इसमें हर महीने प्रति व्यक्ति पांच किलो राशन मुफ्त दिया जाता
है। खाद्य सुरक्षा कानून के तहत शुरू की गई इस योजना का लाभ देश के 80 करोड़ से ज्यादा
लोगों को मिला।
प्रधानमंत्री आवास योजना: वर्ष 2015 में शुरू
की गई प्रधानमंत्री आवास योजना का उद्देश्य शहरी गरीबों के लिए दो करोड़ घरों का निर्माण करना है। साथ ही सरकार
की ओर से घर बनाने में भी आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना में होम लोन के
ब्याज में सब्सिडी दी जाती है, जिससे हर परिवार
को 2.60 लाख रुपये का
फायदा मिलता है।
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति और सुरक्षा बीमा योजना: केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री
सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना शुरू की। पीएम सुरक्षा
बीमा योजना में सिर्फ 12 रुपये सालाना
प्रीमियम देकर आप दो लाख रुपये तक का
कवर पा सकते हैं। वहीं, पीएम जीवन ज्योति
बीमा योजना में सालाना 436 रुपये चुकाकर आप
दो लाख रुपये का बीमा पा सकते हैं।
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना: सात वर्ष पहले शुरू
की गई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि लघु या
सूक्ष्म उद्यम से जुड़े लोगों को 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। ये लोन पर्सनल बिजनेस
शुरू करने के लिए दिया जाता है। इसमें शिशु, किशोर और तरुण कैटेगरी हैं। शिशु योजना के तहत 50 हजार रुपये, किशोर योजना में
पांच लाख और तरुण योजना के तहत 5 से 10 लाख रुपये तक का
लोन दिया जाता है।
सुकन्या समृद्धि योजना: जनवरी, 2015 में देश की बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने, उनकी और तरक्की के लिए ‘बेटी बचाओ-बेटी
पढ़ाओ’ अभियान के तहत सुकन्या समृद्धि योजना शुरू की गई
थी। इसमें निवेश कर बेटी की पढ़ाई से लेकर शादी तक के खर्चे के पैसे जोड़ सकते हैं।
इस योजना के तहत 10 वर्ष से कम आयु
की बेटियों का खाता बैंक या पोस्ट ऑफिस में उनके माता-पिता के नाम पर ही खुलता
है। सुकन्या समृद्धि योजना 21 वर्ष में मैच्योर होती है। हालांकि, युवती की उम्र 18 साल होने के बाद
पढ़ाई के लिए इस खाते से राशि निकाली जा सकती है, लेकिन पूरी रकम 21 वर्ष के बाद ही मिलती है।
प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना: यह असंगठित
क्षेत्र के 40 वर्ष तक की आयु
वाले कामगारों के 60 वर्ष की उम्र के
बाद 3000 रुपये की मासिक
पेंशन देने की योजना है। इसमें 18 से 40 वर्ष तक की आयु
वाला कोई भी छोटी जाति वाला और सीमांत किसान जुड़ सकता है, जिसके पास दो हेक्टेयर तक ही खेती की जमीन है। इन्हें योजना
के तहत कम से कम 20 वर्ष और अधिकतम 42 वर्ष तक 55 रुपये से लेकर 200 रुपये तक मासिक
अंशदान करना होगा, जो उनकी उम्र पर
निर्भर है। 60 वर्ष होने के बाद
उन्हें 3000 रुपये मासिक
पेंशन मिलने लगेगी।