बागेश्वर। जिला अस्पताल के ब्लड बैंक की क्षमता 150 होने के बावजूद भी ब्लड बैंक में केवल 14 यूनिट ब्लड उपलब्ध है। ब्लड बैंक में हमेशा खून की कमी बनी रहती है। इस वजह से आवश्यकता पड़ने पर जरूरतमंद लोग खून देने की अपील करते हैं।जिला अस्पताल में खून की कमी मरीजों के लिए हमेशा बड़ी समस्या बनी रहती है। मंगलवार को बातचीत के दौरान ब्लड बैंक की लैब तकनीशियन पुष्पा मेहरा से पता चला कि ब्लड बैंक में ए पॉजीटिव छह यूनिट, ओ पॉजीटिव दो यूनिट, बी पॉजीटिव चार यूनिट, एबी पॉजीटिव दो यूनिट रक्त उपलब्ध है। निगेटिव ब्लड ग्रुप के मरीजों के लिए ब्लड बैंक में एक यूनिट भी खून उपलब्ध नहीं है।ब्लड बैंक के अधिकारी ब्लड बैंक में पर्याप्त खून की व्यवस्था करने के प्रति लापरवाह रहते हैं। जिला अस्पताल के ब्लड बैंक की क्षमता 150 होने पर भी केवल 30-40 यूनिट खून ही रखा जाता है। इस हिसाब से अधिकतम 26 प्रतिशत ब्लड रक्तकोष में उपलब्ध रहता है।जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में खून की कमी की समस्या को देखते हुए सामाजिक संस्थाएं और जागरूक लोग रक्तदान करते हैं। यदि कोई संस्था या संगठन रक्तदान शिविरों का आयोजन करते हैं तो ब्लड बैंक के अधिकारी कुछ यूनिट ब्लड लेकर बाकी लोगों को ब्लड डोनर की सूची में डाल देते हैं। जरूरत पड़ने पर रक्त लेने की बात कहते हैं।