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• Wed, 9 Oct 2024 5:47 pm IST


नई शिक्षा नीति में रिसर्च को बढ़ावा दिया गया


बागेश्वर। जिला एवं प्रशिक्षण संस्थान में परिवेशीय संसाधन आधारित अनुभवात्मक भौतिक कार्यशाला में वक्ताओं ने कहा कि देश की नई शिक्षा नीति में रिसर्च को बढ़ावा दिया गया है। देश और सोसायटी के विकास के लिए रिसर्च महत्वपूर्ण है। रिसर्च से सोसायटी के विकास से आम आदमी का विकास निर्भर करता है। सोसायटी के विकास से ही आम आदमी का जीवन स्तर का उन्नयन कर सकता है। परिवेशीय संसाधन आधारित अनुभवात्मक भौतिक पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन जिले में होना गौरव की बात है। शिक्षकों व बच्चों को भौतिकी को आसानी से समझने का लाभ मिलेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप नए शोध में भी लाभ मिलेगा। डायट सभागार में आइआइटी कानपुर के पूर्व प्रोफेसर पद्मश्री एचसी वर्मा ने कहा कि सरकारी तंत्र तथा विद्यालयों की रचना में शिक्षक अपरिहार्य होते है। देश तथा शिक्षा के क्षेत्र में जो कुछ भी करना होता है, बिना शिक्षकों के संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें बच्चों को आनंदायक तरीके से पढ़ाने पर फोकस करना चाहिए। जॉय आफ लर्निंग एक ऐसा माध्यम है, जिससे बच्चे किसी भी चीज को आसानी से समझ सकते हैं। यह खुशी दीर्घकालिक खुशी होती है। उन्होंने जॉय ऑफ मार्क्स पर भी अपने विचार व्यक्त किए। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि के भौतिकी के विभागाध्यक्ष प्रो. हेमवती नंदन पांडेय ने कहा कि भौतिकी शिक्षण में नवाचार और अनुभवात्मक पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने भौतिकी के सिद्धांतों को रोचक और व्यावहारिक रूप से सिखाने की तकनीकों पर जोर दिया। एरीज के वैज्ञानिक डॉ. नरेंद्र सिंह ने कहा कि अनुभवात्मक शिक्षा से छात्रों की वैज्ञानिक समझ और रुचि दोनों बढ़ती हैं।आधुनिक युग में छात्रों को तकनीकी ज्ञान से लैस करना महत्वपूर्ण है, तांकि वे वैश्विक चुनौतियों का सामना कर सकें। संस्थान के प्राचार्य डॉ. मनोज कुमार पांडेय ने सभी आगंतुकों, शिक्षकों और छात्रों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला जिले के शिक्षकों और छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो उन्हें भौतिकी को नई दृष्टि से देखने और समझने का अवसर प्रदान करेगा। यहां सीईओ जीएस सौन, प्राचार्य मनोज कुमार पांडेय, प्रो. हेमवती नंदन पांडेय, डा. नरेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में त्रिभुवन जोशी, मोहित कुमार, सीएम जोशी, बीडी पांडेय, केपी चंदोला, रुचि पाठक, सीमा बोरा, संदीप जोशी, उमेश जोशी, आलोक पांडे, सवित जनौटी, राजेंद्र सिंह रावत,सहित विभिन्न प्रदेशों, जनपदों से लगभग 70 प्रतिभागी उपस्थित रहे। कार्यशाला का संचालन डायट के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. राजीव जोशी ने किया।