हरिद्वार के बहादराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम भौरी डेरा शांतरशाह में मकान की छत गिरने से दो बच्चों की मलबे में दबने से मौके पर ही मौत हो गई, जबकि परिवार और घर पर आए मेहमान सहित नौ लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से मलबे में दबे लोगों को निकलवाया। बच्चों के शवों को रुड़की के अस्पताल में भिजवा दिए। घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया। पिरान कलियर विधायक ने भी मौके पर पहुंचे।रुड़की ब्लॉक और बहादराबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले निवासी भौरी डेरा शांतरशाह गांव में बुजुर्ग मोहब्बत का मकान काफी पुराना था। बुधवार शाम हुई मूसलाधार बारिश से मकान की छत रात में करीब नौ बजे के आसपास अचानक भर-भराकर गिर गई, जिससे घर पर आए मेहमान और परिवार के लोग मलबे में दब गए। अचानक तेज आवाज के साथ छत गिरने की आवाज आने से आसपास के ग्रामीणें में भी अफरा-तफरी मच गई। सभी घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े और मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने में जुट गए। हादसे की जानकारी मिलते ही बहादराबाद एसओ नरेश राठौड़, शांतरशाह चौकी प्रभारी खेमेंद्र गंगवार टीम के साथ मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर बाद रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट देवेश सासनी, एएसडीएम युक्ता मिश्रा भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने मलबे में दबे लोगों को बाहर निकलवाया। एंबुलेंस से सभी को रुड़की के सिविल अस्पताल में भिजवाया।