टिहरी : मूल निवास व सशक्त भूकानून को लेकर आगामी 11 फरवरी को नई टिहरी में आयोजित स्वाभिमान रैली में भारी संख्या में जुटने की अपील जनता से करते हुए मूल निवास समन्वय संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि इस आंदोलन को उत्तराखंड आंदोलन की तर्ज पर चलाया जाएगा।
मूल निवास समन्वय संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता कर आगे कहा कि यह आम लोगों के से जुड़ा स्वस्फुर्त कार्यक्रम हैं। जिसे लेकर अब पीछे नहीं हटाया जायेगा। उत्तराखंड आंदोलन की तर्ज पर इस आंदोलन को चलाने की तैयारी है। शुक्रवार को आयोजित इस पत्रकार वार्ता में वक्ताओं ने कहा कि आज प्रदेश की स्थिति व आबोहवा लगातार खराब हो रही है। स्थायी निवास की व्यवस्था ने मूल निवासियों की पहचान को संकट में डाल दिया है। स्थायी निवास व अस्थाई राजधानी की व्यवस्था ने पूरे प्रदेश की स्थिति को बदहाल कर दिया है। आम जनता को इसके के चलते बुरी तरह से पीसना पड़ रहा है। स्थानी निवास की आड़ में लगातार प्रदेश में घुसपैठ जारी है, तो सशक्त भूकानून न होने से भूमाफिया प्रदेश में राज कर रहे हैं। जिससे शांत प्रदेश का माहौल खराब होने से लगातार अपराधों की संख्या में वृद्धि हो रही है। प्रदेश के पहाड़ी पर्यटन स्थल भी अब भूमाफियाओं की जद में हैं।
प्रदेश सरकार को चेताते हुए कहा कि आम लोगों में लगातार आग सुलग रही है। जल्दी ही स्थायी निवास व्यवस्था खत्म कर यदि मूल निवास व्यवस्था कर सशक्त भूकानून नहीं लाया जाता है। तो इस आंदोलन को उत्तराखंड आंदोलन के समान खड़ा कर जायज मांगों के लिए सड़कों पर उतरा जायेगा। इस मौके पर मूल निवास समन्वय संघर्ष समिति के टिहरी के मुख्य समन्वयक राकेश भूषण गोदियाल, प्रदेश सह संयोजक लुसन टोडरिया, देवेंद्र नौडियाल, गंगा भगत सिंह, अमित पंत, विपिन पंवार, मुशर्रफ अली, पर्वत कुमारी, विक्रम विष्ट आदि मौजूद रहे।