विधानसभा मानसून सत्र में उठाए जाने वाले संभावित मुद्दों में रवांई जिले का उल्लेख न होने से ग्रामीणों में रोष है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर 23 अगस्त को चक्काजाम करने की चेतावनी दी है।
रवांई को जनपद और पुरोला को जनपद मुख्यालय बनाने की मांग को लेकर जन आंदोलन चलाया गया था। कई महीनों तक यहां तहसील परिसर में प्रदर्शन किया गया था। पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक ने उस समय रवांई जनपद बनाने की घोषणा की थी लेकिन मुख्य सचिव की ओर से जारी विधानसभा मानसून सत्र में उठाए जाने वाले संभावित मुद्दे/प्रकरण सूची में रानीखेत, कोटद्वार, काशीपुर व डीडीहाट का नाम तो है लेकिन रवांई का नाम न होने से जनप्रतिनिधियों ने रोष है। इस संबंध में एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में सत्र के शुरुआत के दिन 23 अगस्त को 12 बजे चक्काजाम करने की चेतावनी दी गई है। इस अवसर पर रवांई जिला संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रकाश कुमार, नगर सभासद विनोद नौडियाल, रामेश्वर नौटियाल, मनमोहन चौहान, भरत सिंह, विक्रम सिंह आदि मौजूद थे।