पिथौरागढ़: शराब की दुकान के सेल्समैन की हत्या के मामले का पिथौरागढ़ पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया. एसपी पिथौरागढ़ रेखा यादव ने पूरा मामले की जानकारी दी. हत्या की वजह कमरा खाली करना बताया जा रहा है.
एसपी रेखा यादव ने बताया कि पिथौरागढ़ के थल थाना क्षेत्र में 18 दिसंबर रात को गोलना करडिया (आवास विकास) अल्मोड़ा निवासी 28 वर्षीय नीरज नैनवाल पर लाठी डंडों से हमला किया गया था. इस हमले में नीरज नैनवाल गंभीर रूप से घायल हो गया था. घायल को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी.
इस दौरान मृतक नीरज नैनवाल के भाई ने थल थाने में विक्रम सिंह बिष्ट उर्फ बबलू और राजेश गैड़ा उर्फ रक्कू के खिलाफ तहरीर दी थी. तहरीर के आधार पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ बीएनएस (भारतीय दंड संहिता) की धारा 103 के तहत मुकदमा दर्ज किया.
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए थाना थल पुलिस और एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की संयुक्त टीम का गठन किया गया. पुलिस ने तकनीकी और मैन्युअल इनपुट्स के आधार पर आरोपी विक्रम सिंह बिष्ट उर्फ बबलू पुत्र कल्याण सिंह और राजेश गैड़ा उर्फ रक्कू पुत्र उमेद सिंह को गिरफ्तार किया. आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त डंडा भी बरामद कर लिया है.
पुलिस ने बताया कि नीरज नैनवाल और विक्रम सिंह दोनों एक ही कमरे में रहते थे. नीरज नैनवाल शराब की दुकान में सेल्समैन था, लेकिन किसी बात पर नीरज नैनवाल ने मकान मालिक को बोलकर विक्रम सिंह से कमरा खाली करा दिया था. इसके बाद विक्रम सिंह, नीरज से बैर रखने लगा.
पुलिस के मुताबिक नीरज 18 दिसंबर रात को शराब की दुकान से काम कर लौट रहा था. इस दौरान दोनों आरोपियों ने उसको घेर कर लाठी डंडे से जमकर पीटा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. इसी कारण उसकी मौत हो गई.