पूर्व में घोषित यमुनोत्री जनपद को अस्तित्व में लाने की मांग के लिए 81 वर्षीय बुजुर्ग बासुवानंद डिमरी ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। सोमवार को वे तहसील परिसर में भूख हड़ताल पर बैठे। जनपद को अस्तित्व में लाए जाने के लिए स्थानीय निवासी लंबे समय से संयुक्त (घोषित) जनपद संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलित हैं। इसके लिए कई बार प्रदर्शन, मशाल जुलूस आदि हो चुके हैं। समिति के केंद्रीय अध्यक्ष अब्बल चंद कुमाई व अनशनकारी बासुवानंद ने कहा कि 15 अगस्त 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री रमेश चंद्र पोखरियाल ने चार जनपदों की घोषणा की थी। इनमें कोटद्वार, यमुनोत्री, डीडीहाट व रानीहाट शामिल थे।