नई दिल्ली: मणिपुर एक बार फिर सुलग उठा है। विष्णुपुर और चुराचांदपुर जिलों के बॉर्डर पर बफर जोन में 29 अगस्त से शुरू हुई हिंसा अभी तक जारी है। बीते तीन दिन में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसा में 18 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। आदिवासी संगठन ITLF ने चुराचांदपुर में बंद की घोषणा की है। आर्मी का कहना है कि महिला संगठन उन्हें हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में आगे जाने नहीं दे रहे हैं।
उधर, सुप्रीम कोर्ट ने
शुक्रवार (1 सितंबर) को
केंद्र और मणिपुर सरकार को हिंसा प्रभावितों तक भोजन, दवाएं और
बुनियादी सामान पहुंचाने का निर्देश दिया। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़
और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच ने सरकार से अलग-अलग संगठनों की नाकेबंदी से खुद
निपटने को कहा। साथ ही ऑप्शन के तौर पर प्रभावित इलाकों में राशन की एयर ड्रॉपिंग
की सलाह दी। इसके मामले की अगली सुनवाई 6 सितंबर को होगी।