हरिद्वार। सीटू ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सरकार पर साजिश के तहत सार्वजनिक संपत्तियों का निजीकरण करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। इससे पहले आम सभा कर सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर विचार किया। सीटू के जिला महामंत्री इमरत सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने ढ़ांचागत विकास के लिए धन जुटाने के वास्ते एक वैकल्पिक साधन के बहाने राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाईप लाईन एनएमपी के नाम से देश की बड़ी सम्पत्तियों को बिक्री के लिए रखा है। यह और कुछ नहीं बल्कि सार्वजनिक सम्पति को अपने कॉरपोरेट मित्रों को सौंपने का प्रयास मात्र है। वर्ष 2021-2022 के केंद्रीय बजट में इस पर बहुत जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इससे बड़े उद्योगों को लाभ होगा। लेकिन आम जनता को इससे कोई लाभ नहीं मिलने वाला है। इससे रोजगार घटेगा और अर्थव्यवस्था चरमराएगी। बेरोजगारी बढ़ेगी और ढ़ांचागत संपत्तियों का अवमूल्यन, सार्वजनिक उद्योगों का निजीकरण होगा। इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। पुतला दहन करने वालों में इमरत सिंह, पीडी बलोनी, आरसी धीमान, आरपी जखमोला, बीरेन्द्र नेगी, एमपी जखमोला, राजकुमार, कय्यूम खान, डीपी रूडी, केके प्रसाद, सोनू, आदेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, रोबिन, सुनील कुमार आदि शामिल रहे।