उत्तरकाशी: गंगोत्री धाम में साधना करने वालों की संख्या सबसे अधिक रहती है. इस बार शीतकाल में जो भी साधु-संत गंगोत्री धाम समेत आसपास की कंदराओं में रहेंगे, उन्हें अपना सत्यापन कराना होगा. गंगोत्री धाम में उत्तरकाशी पुलिस की ओर से पहली बार यह पहल की जा रही है.गंगोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया पर्व पर खुलते हैं और अन्नकूट पर्व पर शीतकाल के लिए बंद होते हैं. शीतकाल के दौरान गंगोत्री धाम में वर्षों से देश के अलग-अलग हिस्सों से आए साधु-संत साधना करते रहे हैं. गंगोत्री धाम के निकट कनखू, चीड़वासा, भोजवासा और तपोवन में भी साधु साधना करते हैं. परंतु इन साधुओं के बारे में प्रशासन के पास कोई जानकारी नहीं होती है. ऐसे में जब कभी कोई घटना घटित होती है, तो प्रशासन इन साधुओं के बारे में जानकारी जुटाता है. पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि गंगोत्री धाम के कपाट बंद हो गए है. अब सत्यापन की कार्रवाई शुरू की जाएगी.