खटीमा: उधम सिंह नगर जिले के खटीमा में जामा मस्जिद के प्रशासक कामिल खान ने प्रेस वार्ता कर अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब दिया. उनका आरोप है कि कुछ लोग जामा मस्जिद को बेवजह निशाना बना रहे हैं. इसीलिए उन्होंने वक्फ बोर्ड से जामा मस्जिद पर मदरसा रहमानिया के पूर्व में हुए सभी घोटालों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
कामिल खान ने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ वक्फ माफिया जामा मस्जिद की संपत्ति पर अपनी नजर बनाए हैं और इसीलिए वो भ्रामक प्रचार कर रहे हैं. कामिल खान ने कहा कि कुछ लोग इस तरह का आरोप लगा रहे हैं कि वक्फ की संपत्ति खुर्द-बुर्द की जा रही है और दुकानें भी बेची जा रही हैं. ये भी आरोप लगाया जा रहा है कि स्कूल को भी बंद कराया जा रहा है. कामिल खान ने इन आरोपों पर साफ कहा है कि यहां पर ऐसा कुछ भी काम नहीं हो रहा है. उन पर लगे ये सभी आरोप बेबुनियाद है.
कामिल खान ने यहां तक कहा है कि वो निष्पक्ष जांच कराने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. कामिल खान ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व की कमेटी ने जितनी भी दुकानें आवंटित की हैं, वो सभी अवैध तरीके से की हैं. उसकी जांच की जाए और सारी दुकानों में ताले डाले जाएं.
कामिल खान ने कहा कि खटीमा की पूर्व एसडीएम निर्मला बिष्ट भी अपनी रिपोर्ट में साफ-साफ लिख कर गई हैं कि यहां पर करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है. इस मामले में आपराधिक मुकदमा दर्ज होना चाहिए, लेकिन आज तक आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है न ही आपराधिक मुकदमा दर्ज हुआ है.
कामिल खान ने वक्फ बोर्ड से मांग की है कि रिपोर्ट के आधार मामले की जांच की जाए और आरोपियों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज कराया जाए. कामिल खान ने साफ किया है कि मस्जिद और मदरसे के हित में जो भी होगा, वो करेंगे. वहीं स्कूल बंद कराने के मामले पर कामिल खान ने कहा कि स्कूल की तो 2011 से मान्यता ही नहीं थी. उल्टा बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था.
कामिल खान ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रदेश में चार मॉडर्न मदरसे बनाए जा रहे हैं, जिनमें खटीमा जामा मस्जिद का मदरसा भी शामिल है. जल्द ही जामा मस्जिद मदरसे में दीनी तालीम के साथ एकेडमिक एजुकेशन बच्चों को दी जाएगी, जिसमें कंप्यूटर शिक्षा भी शामिल है.