भारत सरकार की ओर से स्पैम कॉल को रोकने के लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन सरकार को सफलता नहीं मिल रही है।
जाहिर है टेलीकॉम रेगुलेटरी ऑथरिटी ऑफ इंडिया भी इसके लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। लेकिन सारे प्रयास फेल हैं। इसलिए आपको सावधान होने की जरुरत है, अगर आपके पास भी परिवार के किसी सदस्य का फोन आता है या किसी दोस्त का वॉयस मैसेज आता है तो उसपर पहली बार में ही भरोसा ना करें, नहीं तो आपको भारी नुकसान हो सकता है।
दरअसल, ठगों ने लोगों को चूना लगाने के लिए अब नया तरीका इजाद कर लिया है। ये ठग अब सगे-संबंधियों की आवाज की नकल करके लोगों से पैसे मांग रहे हैं। ट्राई ने स्पैम कॉल को रोकने के लिए मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी इस्तेमाल फेल साबित हुआ। क्योंकि, ये स्पैम वॉयस कॉल एआई के जरिए ही किए जा रहे हैं।
साइबर सिक्योरिटी एजेंसी McAfee की एक नई रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है कि, देश के 83 फीसदी मोबाइल यह पता लगाने में असमर्थ हैं कि स्पैम कॉल मशीन से किया जा रहा है या कोई इंसान कर रहा है।