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DevBhoomi Insider Desk
• Mon, 4 Jul 2022 1:27 pm IST

नेशनल

स्वतंत्रता सेनानी सीताराम राजू की जीवन यात्रा हम सभी के लिए प्रेरणादायक: पीएम मोदी


आज (सोमवार) को पीएम मोदी आंध्र प्रदेश के भीमावरम पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले स्वतंत्रता सेनानी अल्लुरी सीतराम राजू की प्रतिमा का अनावरण किया।  इसके साथ ही मोदी ने अपना संबोधन भी दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में सबसे पहले कहा, अल्लूरी सीताराम राजू की 125वीं जन्म जयंती और रम्पा क्रांति की 100वीं वर्षगांठ को पूरे वर्ष मनाया जाएगा।

आजादी का संग्राह केवल कुछ वर्षों का
मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा, आज़ादी का संग्राम केवल कुछ वर्षों का, कुछ इलाकों का, या कुछ लोगों का इतिहास नहीं है। ये इतिहास, भारत के कोने-कोने और कण-कण के त्याग, तप और बलिदानों का इतिहास है।

ऐसे में सीताराम राजू गारू ने जब विदेशी हुकूमत के अत्याचारों के ख़िलाफ़ जंग शुरू की थी तब उनकी उम्र केवल 24-25 साल थी। 27 साल की छोटी उम्र में वे इस भारत माता के लिए शहीद हो गए। रम्पा क्रांति में भाग लेने वाले भी कितने ही नौजवानों ने ऐसे ही आयु में देश की आज़ादी की लड़ाई लड़ी थी।

आजादी के बाद पहले बार देश में आदिवासी संग्रहालय
मोदी ने आगे कहा, आज अमृतकाल में इन सेनानियों के सपनों को पूरा करने की ज़िम्मेदारी हम सभी देशवासियों की है। हमारा नया भारत इनके सपनों का भारत होना चाहिए। एक ऐसा भारत जिसमें गरीब, किसान, मजदूर, पिछड़ा, आदिवासी सबके लिए समान अवसर हों।

आज़ादी के बाद पहली बार, देश में आदिवासी गौरव और विरासत को प्रदर्शित करने के लिए आदिवासी संग्रहालय बनाए जा रहे हैं। आंध्र प्रदेश के लंबसिंगी में 'अल्लूरी सीताराम राजू मेमोरियल जन- जातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय' भी बनाया जा रहा है।