Read in App

DevBhoomi Insider Desk
• Thu, 6 Jul 2023 5:21 pm IST


सावधान ! स्वीटकॉर्न के ये पांच बड़े नुकसान नहीं जानते होंगे आप...


स्वीटकॉर्न को बच्चे-बड़े सब पसंद करते हैं। स्नैक्स हो या फिर पिज्जा, यहां तक कि परांठे में भी इसे भरकर खाना अच्छा लगता है। स्वीट कॉर्न को न्यू्ट्रिशियस माना जाता है। इसीलिए अक्सर लोग इसे बच्चों को बड़े ही आराम से खाने को देते हैं। वहीं बड़े भी सब्जियों के नाम पर अक्सर स्वीटकॉर्न वाली डिश खाना ही पसंद करते हैं। लेकिन इतने न्यूट्रिशियस कॉर्न के कुछ साइड इफेक्ट भी हैं। अगर आप रोजाना तय अमांउट से ज्यादा मात्रा में स्वीटकॉर्न खाते हैं तो ये आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह भी हो सकता है। 

अनाज है स्वीटकॉर्न- बता दें कि स्वीट कॉर्न एक तरह का अनाज है। जिसे कई तरह से खाया जा सकता है। स्वीटकॉर्न के दानों को कई तरह से खाया जा सकता है। बारिश के मौसम में स्वीटकॉर्न काफी ज्यादा मिलते हैं। जिसे लोग रोस्टकर खाना खूब पसंद करते हैं। जरूरत से ज्यादा स्वीटकॉर्न खाने के ये साइड इफेक्ट बॉडी को हो सकते हैं।

पेलाग्रा होने का रिस्क- पेलाग्रा एक तरह की बीमारी है जो विटामिन बी 3 की कमी की वजह से होती है। स्वीटकॉर्न खाने से पेट जल्दी भर जाता है तो अगर आप इसे डाइट में ज्यादा मात्रा में खाते हैं तो शरीर में जरूरी मिनरल्स और विटामिन की कमी हो सकती है। जिसकी वजह से पेलाग्रा रोग होने का खतरा रहता है। 

ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा- स्वीटकॉर्न में काफी ज्यादा मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है। जो कि ब्लड शुगर का लेवल बढ़ा सकता है। तो अगर आपको डायबिटीज है या फिर डायबिटीज की बीमारी होने का खतरा है तो स्वीट कॉर्न को ना खाएं। ये शरीर में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ा देता है। 

पेट में गैस और ब्लॉटिंग- कॉर्न में स्टार्च की मात्रा ज्यादा होती है। जब इसे हम ज्यादा मात्रा में खा लेते हैं तो ये स्टार्च टूटकर इंटेस्टाइन में पहुंचते हैं और बहुत ज्यादा मात्रा में गैस प्रोड्यूस करने लगते है। जिसकी वजह से ब्लॉटिंग होने लगती है।

डाइजेशन खराब हो जाता है- अगर एक साथ ज्यादा मात्रा में स्वीटकॉर्न खा लिया तो ये डाइजेशन सिस्टम को गड़बड़ कर देता है। कॉर्न में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। अगर आप कॉर्न को ज्यादा खा लते हैं तो डाइजेस्टिव सिस्टम को इतनी ज्यादा मात्रा में फाइबर पचाने में दिक्कत होती है। जिसकी वजह से पेट फूलना, गैस, ब्लॉटिंग, अपच जैसी समस्या होने लगती है।