सरकार ने उत्तराखंड के लोगपर्व इगास पर अवकाश गोशित कर दिया है। इसकी जानकारी खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर के दी। उत्तराखंड में इगास को लेकर राजनीति गर्माने लगी थी। लेकिन अब इगास को राष्ट्रीय त्योहार घोषित होने पर लोगो ने खुशी जताई और मुख्यमंत्री का धन्यवाद भी किया
इगास पर्व को लेकर उत्तरखंड में अलग अलग मान्यताएं है। एक मान्यता है कि दिवाली के वक्त गढ़वाल के वीर माधो सिंह भंडारी के नेतृत्व में गढ़वाल की सेना ने दापाघाट और तिब्बत का युद्ध जीतकर विजय प्राप्त की थी और दिवाली के ठीक 11वें दिन गढ़वाल सेना अपने घर पहुंची थी। युद्ध जीतने और सैनिकों के घर पहुंचने की खुशी में उस समय दिवाली मनाई गई थी। एक और ऐसी ही कथा है कि चंबा का रहने वाला एक व्यक्ति भैलो बनाने के लिए लकड़ी लेने जंगल गया था और ग्यारह दिन तक वापस नहीं आया। उसके दुख में वहां के लोगों ने दीपावली नहीं मनाई। जब वो व्यक्ति वापस लौटा तभी ये पर्व मनाया गया और लोक खेल भैलो खेला गया।