विकासनगर: पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने विकासनगर के गौतम ऋषि तपस्थली गंगा बावड़ी मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की. उन्होंने प्रदेश की खुशहाली की कामना की. महाराज ने कहा कि यह स्थल जल्द ही पर्यटन मानचित्र पर होगा. कैबिनेट मंत्री ने भी कहा कि शीघ्र यहां पर छिपे धार्मिक स्थलों को पर्यटन के मानचित्र पर जोड़ा जाएगा.
गंगा बावड़ी मंदिर पहुंचे सतपाल महाराज: मान्यता है कि गौतम ऋषि की तपस्थली गंगभैवा बावड़ी मंदिर में स्वयं ही गंगा उत्पन्न होती हैं. इस पवित्र स्थान पर लोग दूर-दूर से आते हैं. गौतम ऋषि की तपस्थली महादेव गंगभैवा बावड़ी मंदिर पछुवादून की धार्मिक, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अपने आप में प्राचीन इतिहास को संजोये हुए है. प्राचीन धार्मिक ग्रंथों, वेद पुराणों, दर्शन शास्त्रों में भी इस धार्मिक स्थल के प्रमाण देखने को मिलते हैं. यहां यमुना, तमसा एवं सहायक नदियों का संगम भी देखने को मिलता है. कहा जाता है कि गौतम ऋषि इसी स्थान पर आश्रम बनाकर पूजा ध्यान किया करते थे. गौतम ऋषि नित्य प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त में उठकर यहां से कोसों दूर पैदल चलकर हरिद्वार में गंगा स्नान करने के लिए जाया करते थे. गंगा माता उनकी तपस्या से खुश होकर उनके आश्रम में ही जलधारा के रूप में उत्पन्न हो गईं. इस कारण इस स्थान का महत्व हरिद्वार के समान ही माना जाता है.