बागेश्वर। देवभूमि की पहचान यहां के रीति-रिवाज और परंपराओं से है। बदलते समय में जहां लोग अपनी परंपराओं को भूलते जा रहे हैं, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी रीति-रिवाज और परंपराओं को निभाने का चलन है। ऐसी ही एक परंपरा है पीपल विवाह। जिले के स्यालडोबा में ग्रामीणों ने पीपल के पेड़ को पूजनीय बनाने के लिए उसका शुद्धिकरण किया। इस दौरान धूमधाम से पीपल और जाली के पेड़ का विवाह संपन्न कराया गया।