भाजपा और विपक्ष के बीच टकराव के चलते बीते चार दिनों से सदन की कार्यवाही प्रभावित होने के साथ-साथ बार-बार स्थगित भी कर दी जा रही है।
संसद के दोनों ही सदनों में राहुल गांधी के माफी मांगने की मांग और अदाणी को लेकर हो रही बहस के चलते राहुल को बोलने का मौका भी नहीं मिला है। क्योंकि, भाजपा ने उनपर लंदन में देश विरोधी बयान देने का आरोप लगाया है। इस पर राहुल ने कहा है कि, अगर सभापति ने उन्हें मौका दिया तो वे मामले पर जरूर बोलेंगे। इस मांग को लेकर राहुल ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाकात भी की।
राहुल ने कहा कि, मुझे उम्मीद है कि कल मुझे संसद में बोलने दिया जाएगा। आज मेरे पहुंचने के एक मिनट के अंदर ही सदन स्थगित हो गया था। कुछ दिन पहले सदन में जो मैंने भाषण दिया। अदाणी को लेकर जो सवाल उठाए गए उसे हटा दिया गया। भाषण में ऐसा कुछ भी नहीं था, जिसे मैंने सार्वजनिक रिकॉर्ड से न निकाला हो। सरकार हंगामा कर के मामले से ध्यान हटाना चाहती है।
इसके अलावा राहुल ने कहा कि, सरकार के चार मंत्रियों ने जमकर हंगामा किया, ये सब मेरे सवालों के जवाब देने से बचने के लिए किया जा रहा है। मैं सांसद हूं तो मेरी पहली जिम्मेदारी संसद में जवाब देने की है। उसके बाद मैं आपसे रूबरू होकर विस्तार से बात करूंगा। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि, सरकार और पीएम अदाणी मामले को लेकर डरे हुए हैं। मुख्य सवाल यह है कि, पीएम मोदी और अदाणी के बीच क्या संबंध है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि, जैसा कि संसद में आरोप लगाए गए हैं, ऐसे में बोलने का अवसर मिलना मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है। अगर भारतीय लोकतंत्र काम कर रहा होता तो मैं संसद में बोल पाता। वास्तव में आप जो देख रहे हैं वह भारतीय लोकतंत्र की परीक्षा है।